Thursday, October 28, 2010

मांगलिक दोष

मांगलिकः-कुण्डली में 1,4,7,8,12 घर में मंगल होने पर जातक / जातिका पूर्ण मांगलिक कहलाते हैं।
यदि वर की कुण्डली में 2,5,7,8,12 में मंगल हो तो पत्नी मर जाती है। कन्या के होने पर वैधव्य दोष लगता है।
दोष परिहारः-
1. कुण्डली में 1,2,4,7,8,11,12 में मंगल होने पर वर - वधू का विद्यटन होता है। परन्तु उच्चराशिस्थ एवं मित्रक्षेत्री होने पर दोष नहीं लगता।
2. लग्न में मंगल मेष राशि का, 12 में धनु का, 4 में वृश्चिक का, 7 में मीन का और 8 में कुम्भ का होने पर दोष नहीं होता।
3. 7,1,4,9,12 में शनि होने से मांगलिक दोष नहीं लगता।
4. मंगल का गुरु या चन्द्रमा के साथ होने पर भी मांगलिक दोष नहीं लगता। 1,2,4,5,7,8,11,12 में गुरु या चन्द्रमा के साथ मंगल बैठा हो अथवा इन भावों में मंगल हो परन्तु केन्द्र 4, 7, 10 में चन्द्रमा होने पर मांगलिक दोष नहीं लगता।

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