Thursday, October 28, 2010

राहुकालम्

प्रत्येक वार को डेढ़ घंटा अनिष्ट कारक है, जिसे दक्षिण भारत में राहुकालम् कहते हैं। इसका प्रचलन अब उत्तर भारत में भी बढ़ने लगा है। अतः यथासम्भव शुभ कार्यो में प्रयोग नहीं करना चाहिए।
1. रविवार     सायं 04.30 बजे से 06.00 बजे तक।
2. सोमवार     प्रातः 07.30 बजे से   09.00 बजे तक।
3. मंगलवार   दोपहर 03.00 बजे से 04.30 बजे तक।
4. बुद्धवार     दोपहर 12.00 बजे से 01.30 बजे तक।
5. गुरूवार     दोपहर 01.30 बजे से 03.00 बजे तक।
6. शुक्रवार     प्रातः 10.30 बजे से दोपहर 12.00 बजे तक।
7. शनिवार     प्रातः 09.00 बजे से प्रातः 10.30 बजे तक।
क्रम:- सो, श, शु, बु, गु, मं, र।
           M  S     F      W     T      T    S
अधिक जानकारी के लिए स‌ंपर्क करें- 09311424365, 07503124365 या swamijinoida@gmail.com




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